भूमि : अच्छे जल निकास वाली उपजाऊ दोमट या बलुई दोमट भूमि जिसका पी.एच. मान 6.5 से 7.0 हो।
जलवायु (मौसम) : अच्छे उत्पादन के लिए 10 से 40 डिग्री सेल्सियम तापमान, वातावरण में 80 से 90 प्रतिशत नमी एवं स्वच्छ मौसम।
खेती की तैयारी : जून में हैरो से दो जुताईयाँ, मिट्टी पलट हल से 5-6 गहरी जुताईयाँ, अन्तिम जुलाई के समय खेत में गोबर की खाद 200 कुंतल, एन.पी.के. (10ः26ः26) 150 किग्रा, यूरिया 50 किग्रा, म्यूरेट ऑफ पोटास 100 किग्रा तथा सूक्ष्य पोषक तत्व 20 किग्रा प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें।
प्रजाति (किस्म) : ग्रैंड नेन (जी-9) के लगभग 7 से 10 इंच ऊँचे ऊतक संवर्द्धित पौधे।
पौध की रोपाई : 1 जुलाई से 30 जुलाई के मध्य, 6ग्6 फीट की दूरी पर (1200 पौध प्रति एकड़), पौध रोपाई के बाद हल्की सिंचाई।
उर्वरक : पौध लगाने के बाद प्रत्येक पौधे के चारों तरफ मिट्टी में नीचे लिखी मात्रा के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें।
क्रम सं. | अवस्था | एन.पी.के. (12:32:16) (ग्राम) | यूरिया(ग्राम) | म्यूरेट ऑफ पोटाश (ग्राम) | सूक्ष्य पोषक पोटाश (ग्राम) |
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1. | पौध रोपड़ के 20 दिन बाद | 30 | 30 | - | - |
2. | पौध रोपड़ के 40 दिन बाद | 75 | 30 | 50 | - |
3. | पौध रोपड़ के 60 दिन बाद | 50 | 30 | 75 | - |
4. | पौध रोपड़ के 240 दिन बाद | 100 | 75 | 100 | - |
5. | पौध रोपड़ के 270 दिन बाद | - | 75 | 75 | - |
निराई गुड़ाई एवं सिंचाई : खेत को सदैव खरपतवारों से मुक्त रखें, सम्पूर्ण फसल अवधि में 5-6 निराई गुड़ाई करें तथा पौध लगाने के 30, 90 व 240 दिन बाद पौधों के चारों तरफ सराहा देने हेतु थोड़ी मिट्टी चढ़ायें। खेत में सदैव पर्याप्त नमी बनाये रखें और आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाईयों करें। जाड़ों में 15 दिन पर व गर्मियों में साप्ताहिक अन्तराल पर सिंचाई करें।
सहारा देना : जून माह में फूल आना आरम्भ हो जाते हैं। जब फलियाँ बनना पूर्ण हो जाये तो नर फूल तोड़ दें। फूल आने के 20 दिन बाद पौधों को बाँस का सहारा लगायें।
पैदावार : फूल आने के 80-90 दिन बाद जब फलियाँ गोल हो जाये तो घार की कटाई करें। पैदावार 375 से 400 कुन्तल प्रति एकड़।
उत्पादन लागत विवरण : :
मद | व्यय (रू. प्रति एकड़) |
---|---|
खेत की तैयारी | 6000/- |
पौध | 17000/- |
खाद एवं उर्वरक | 15000/- |
सिंचाई | 18000/- |
फसल सुरक्षा | 17000/- |
बाँस | 15000/- |
मजदूरी | 40000/- |
अन्य व्यय | 12000/- |
कुल | 140000/- |
आय व्यय / एकड़ :
उपज | खर्च | आय | शुद्ध लाभ |
---|---|---|---|
375 कुंतल | Rs - 1,40,000 | Rs - 5,62,500 | Rs - 4,22,500 |
ध्यान दें : यह बाजार पर घट एवं बढ़ भी सकता है ।
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Land : Good drainage fertile dome or sandalwood soil.
pH : 6.5 – 7.5
Whether : temperature – 10 degree – 40 degree
Land preparation :
Variety : grand naine ( G9)
Plantation : 1 July to 30 July
Number of plant in an acre : 1200
Distance : 6*6 feet
Weeding, irrigation : always weed free and moisture in land
Plant support : use bamboo from June month
Production : 375 quintal / acre
Coasting ::
Item | Expense (Rs) per acre |
---|---|
Land prepration | 6000/- |
Plant | 17000/- |
Fertilizer | 15000/- |
Irrigation | 18000/- |
Crop protection | 17000/- |
Bomboo | 15000/- |
Labour | 40000/- |
Other | 12000/- |
Total | 140000/- |
Per Acre :
Total sale | Net profit |
---|---|
5,62,500 | 4,22,500 |
NOTE : This calculation is average it can increase or decrease by market
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ऊतक संवर्द्धित (टिश्यू कल्चर) केला की खेती